हमारा साधारण,कठिन परिश्रमी जीवनचर्या फोटो अर कविता का माध्यम से आप तक पहुचाने की छोटी सी कोशिस ......
Friday, 23 July 2010
गढ़वाल में धान की रोपाई
सबसे बाड़ी बात ये है हमारे गढ़वाल में कि मशीनरी का उपयोग बहुत ही मुस्किल से कर सकते है खेती में जो कुछ है बस खून पसीने की कमाई है वक़्त कम पड़ जाता है पर काम ख़तम नहीं होते फिर रातें चुराओ ! है ना अजीब जिद्दो-जहद, पर जो कुछ है बहुत खूबसूरत है
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